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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला चल रहा है। आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से आरक्षण पर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने दावा किया कि अगर उनकी सरकार बनी तो वो आरक्षण पर लगी 50 प्रतिशत की सीमा को हटा देंगे। जिससे दलित, पिछड़े और आदिवासी समुदायों के लोगों को आरक्षण का अधिक से अधिक लाभ मिल पाए।आरक्षण से सभी सीटों को साध रहे राहुल गांधी
मध्य प्रदेश में रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट के तहत अलीराजपुर जिले के जोबट शहर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने जमकर बीजेपी पर निशाना साधा है। इसके साथ ही वहां की जनता से वादा किया कि कांग्रेस सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि लोगों के हित में आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटा दी जाए। राहुल गांधी अपने इस वादे से दलित, पिछड़े और आदिवासी समुदायों के वोटर्स को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि रतलाम ही नहीं उन्होंने तेलंगाना में भी आरक्षण के मुद्दे पर अपनी बात रखी है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस आरक्षण के मुद्दे के जरिए ही लोकसभा चुनाव में सभी सीटों को साधने की कोशिश कर रही है।
इसके साथ ही राहुल गांधी ने दावा किया पीएम मोदी लोगों से अधिकार छीनना चाहते हैं और हम उन्हें ऐसा करने से रोकना चाहते हैं। उन्होंने दावा कि उनके नेताओं ने कहा कि वे आदिवासियों, दलितों और ओबीसी को दिया गया आरक्षण छीन लेंगे। जिसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि अदालत ने आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत पर सीमित कर दी है। हम इसे 50 प्रतिशत से भी ऊपर बढ़ाने वाले हैं। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार ये जोर देकर दोहराया है कि उनकी सरकार का इरादा संविधान में बदलाव का नहीं है। आरक्षण का सवाल अहम हो जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैलियों से बार-बार ये कहा है कि जब तक वो प्रधानमंत्री हैं, आरक्षण को कुछ नहीं होगा।
आरक्षण से सभी सीटों को साध रहे राहुल गांधी
मध्य प्रदेश में रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट के तहत अलीराजपुर जिले के जोबट शहर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने जमकर बीजेपी पर निशाना साधा है। इसके साथ ही वहां की जनता से वादा किया कि कांग्रेस सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि लोगों के हित में आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटा दी जाए। राहुल गांधी अपने इस वादे से दलित, पिछड़े और आदिवासी समुदायों के वोटर्स को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि रतलाम ही नहीं उन्होंने तेलंगाना में भी आरक्षण के मुद्दे पर अपनी बात रखी है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस आरक्षण के मुद्दे के जरिए ही लोकसभा चुनाव में सभी सीटों को साधने की कोशिश कर रही है।इसके साथ ही राहुल गांधी ने दावा किया पीएम मोदी लोगों से अधिकार छीनना चाहते हैं और हम उन्हें ऐसा करने से रोकना चाहते हैं। उन्होंने दावा कि उनके नेताओं ने कहा कि वे आदिवासियों, दलितों और ओबीसी को दिया गया आरक्षण छीन लेंगे। जिसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि अदालत ने आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत पर सीमित कर दी है। हम इसे 50 प्रतिशत से भी ऊपर बढ़ाने वाले हैं। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार ये जोर देकर दोहराया है कि उनकी सरकार का इरादा संविधान में बदलाव का नहीं है। आरक्षण का सवाल अहम हो जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैलियों से बार-बार ये कहा है कि जब तक वो प्रधानमंत्री हैं, आरक्षण को कुछ नहीं होगा।
आदिवासियों के लिए क्या- क्या करना चाहती है कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस मुसलमानों को फायदा पहुंचाने के लिए पिछड़े वर्गों के आरक्षण में छेड़छाड़ करने की योजना बना रही है। कांग्रेस ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार 90 नौकरशाह देश की सरकार चलाते हैं। उन 90 में से केवल 1 आदिवासी है, तीन पिछड़े वर्ग से हैं, तीन दलित समुदाय से हैं। आपके लोग न तो मीडिया में हैं और न ही कॉर्पोरेट जगत में। हम इसे बदलना चाहते हैं। यही कारण है कि हम उन्होंने जाति जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण कराने का फैसला किया है।बता दें कि 13 मई को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में रतलाम में मतदान होना है। कांग्रेस ने पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को मैदान में उतारा है।अनीता नागर सिंह चौहान 2019 के चुनाव में जीती गई सीट से भाजपा की पसंद हैं।
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